हरिद्वार। लूट का विरोध करने पर ओला टैक्सी चालक की हत्या की गई थी। हत्या और लूट में शामिल ट्रक चालक और क्लीनर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हत्या के बाद आरोपित शव थिथौला गांव स्थित गन्ने के खेत में फेंककर फरार हो गए थे। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल तमंचा और चाबी बरामद कर ली है।
मंगलौर कोतवाली क्षेत्र के थिथौला गांव स्थित एक गन्ने के खेत में 21 जुलाई की सुबह एक शव बरामद हुआ था। मृतक के सीने में गोली लगी थी। पुलिस ने मृतक की शिनाख्त उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले के ग्राम खदेवरा थाना हरियावा हाल निवासी नोएडा के चंद्रपाल (24) के रुप में हुई थी। जांच में पता चला था कि चंद्रपाल ओला टैक्सी चलाता था। वह बुकिंग लेकर हरिद्वार के लिए निकला था। उसकी जेब से नकदी भी गायब थी। पुलिस ने कुछ देर बाद उसकी टैक्सी रुड़की रोड से बरामद की थी।
पुलिस ने मृतक के भाई की तहरीर पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था। हत्या की घटना के बाद सीआइयू रुड़की और मंगलौर कोतवाली पुलिस की टीम आरोपितों की तलाश में थी। सीआइयू ने सर्विलांस की मदद से घटना में शामिल दो लोगों को देवबंद रोड से गिरफ्तार किया था। एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि पुलिस ने इनके कब्जे से तमंचा, एक कारतूस, तीन खोखे और टैक्सी की चाबी व कागजात बरामद किए थे।
पूछताछ में आरोपितों ने अपने नाम सौरभ निवासी ग्राम आमराडा भौजपुर मेरठ, उत्तर प्रदेश और सन्नी निवासी हस्तिनापुर मखदूमपुर मेरठ, उत्तर प्रदेश बताया। आरोपितों ने बताया कि उन्होंने लूट के इरादे से मेरठ से ओला टैक्सी हरिद्वार के लिए बुक की थी। मंगलौर के पास उन्होंने लूट का प्रयास किया। जब चालक ने विरोध किया तो तमंचे से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। उन्होंने नकदी लूट ली। हत्या के बाद वह डर गए थे। इसके बाद उन्होंने उसके शव को थिथौला गांव के पास गन्ने के खेत में फेंक दिया और फरार हो गए। पकड़े जाने के डर से वह टैक्सी को रुड़की रोड पर छोड़कर फरार हो गए थे।