पिथौरागढ़। सोर के लाल ने मुंबई में अपने अभिनय और हुनर का डंका बजा दिया है। आजकल मनोज पिथौरागढ़ की वादियों में एक प्रोजेक्ट में काम करने के लिए आए हुए हैं। शहर कई जगह पर शूटिंग कर रहें हैं।
मेहनत और हुनर के चलते मनोज कुमार ने अभिनय, संगीत और लोक संस्कृति के क्षेत्र में उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया है। मनोज को बॉलीवुड की फिल्म बॉलीवुड लाइव, कैमरा, एक्शन में दिए गए संगीत के लिए वाशिंगटन इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवन में पुरस्कृत किया गया है। इसके अलावा मनोज को लघु फिल्म कस्तूरी के लिए एफएफटीजी अवॉर्ड (यूएसए) में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का नामांकन मिला। कस्तूरी को डिज्नी-हॉटस्टार पर प्रदर्शित किया गया था और अब यह यूट्यूब पर उपलब्ध है। मुख्य किरदार के रूप में विषय प्रधान फिल्म ‘धूल’ बनाई (यह जल्द ही रिलीज होने वाली है)।
जॉन अब्राहम की फिल्म सत्यमेव जयते (पार्ट-1) में काम किया है और साथ ही एक पत्रकार के रूप में अर्जुन कपूर की फिल्म ‘सरदार का पोता’ में भी काम किया है। जो कि नेटफ्लिक्स पर है। एक लेखक, निर्देशक और अभिनेता के रूप में एक लघु फिल्म ‘कूप’ में काम किया है। ‘कॉप’ यूट्यूब पर वायरल हुआ और इसे 2 मिलियन बार देखा गया।
एक संगीत निर्देशक के रूप में मनोज को स्वर्गीय केके सर, जुबिन गर्ग, शान, सोनू निगम, उदित नारायण, अलका याज्ञनिक शाहिद मालिया आदि के साथ काम किया है। हाल ही में जैकी श्रॉफ के साथ 2014 में आतंकवादी के रूप में श्रवण तिवारी द्वारा निर्देशित फिल्म में मे भी काम किया है।
सोरघाटी से मुंबई तक का सफर
मनोज कुमार सिंह पिथौरागढ़( सोरघाटी) के रहने वाले हैं। और वर्तमान में मुंबई रहते हैं। इन्होंने हिमाचल प्रदेश के मंडी से एक साल का डिप्लोमा लेने के बाद लखनऊ के भारतेंदु नाट्य अकादमी से अभिनय और डायरेक्शन में दो साल की डिग्री ली । इसके बाद मनोज ने मुंबई का रुख किया और अपने हुनर का लोहा मनवाया।