
चंपावत। बाराही धाम चल रही बग्वाल मेले के मुख्य दिन भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर में तैनात पुलिसकर्मी गोकुल टम्टा का पैर फिसलने से वह नीचे गिर कर गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद हल्द्वानी रेफर किया गया।
पुलिस अधीक्षक अजय गणपति ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि उक्त घायल आरक्षी को तत्काल प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें हल्द्वानी भेज दिया गया था। रविवार की रात उन्होंने एक निजी चिकित्सालय में अंतिम सांस ली। उनका पोस्टमार्टम एवं अंतिम संस्कार हल्द्वानी में किया जा रहा है। जिसमें शामिल होने के लिए आरआई भगवत सिंह जिला पुलिस की ओर से मृतक के शव में पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि देगे। मृतक आरक्षी का परिवार हल्द्वानी में रहता है तथा उनकी पत्नी भी पुलिस में ही उधम सिंह नगर में सेवारत है। 41वर्षीय दिवंगत गोकुल मूल रूप से लमगड़ा ब्लॉक के रहने वाले थे तथा एक माह पूर्व ही उनकी उद्यम सिंह नगर से चंपावत जिले में पोस्टिंग हुई थी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी एवं केंद्रीय राज्य मंत्री अजय टम्टा ने मृतक आरक्षी के निधन पर अपनी शौक संवेदना व्यक्त करते हुए दिवंगत आत्मा को शांति देने के लिए भगवान से प्रार्थना की। जिलाधिकारी मनीष कुमार ने भी अपनी ओर से शौक संवेदना व्यक्त की है। आज यहां पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस परिवार द्वारा अपने साथी के निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई। इस अवसर पर सीओ एसएस राणा, टनकपुर की सीओ वंदना वर्मा समेत पुलिस अधिकारी व आरक्षी मौजूद थे।
बाराही मंदिर कमेटी की शौकसभा में अध्यक्ष मोहन सिंह बिष्ट,मेला संयोजक विनोद गढ़कोटी, दीपक चम्याल, चंदन बिष्ट, हयात सिंह बिष्ट, हरीश चंद्र पांडे, खाम प्रमुख त्रिलोक सिंह बिष्ट, गंगा सिंह चम्याल, बद्री सिंह बिष्ट, वीरेंद्र लमगड़िया, रोशन लमगड़िया,आचार्य कीर्ति शास्त्री, भुवन चंद्र शास्त्री, ने 2 मिनट का मौन रखकर दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की। मंदिर कमेटी के संरक्षक लक्ष्मण सिंह लमगड़िया ने मृतक आरक्षी के सम्मान में तीन दिन तक मेले में सांस्कृतिक एवं खेलकूद कार्यक्रम स्थगित करने के निर्णय की जानकारी दी।
श्री बाराही मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष हीरा बल्लभ जोशी ने दिल्ली से उक्त घटना पर अपनी शोक संवेदना व्यक्त की है। श्री बाराही संस्कृत महाविद्यालय में प्राचार्य हरिश्चंद्र पांडे के दिशा निर्देशन में सभी बच्चों ने एवं आचार्यों ने शांति पाठ कर दिवंगत आत्मा को शांति एवं अपने श्री चरणों में स्थान देने के लिए मां बाराही से प्रार्थना की।