देहरादून। उत्तराखंड में मानसून विदा होने के बाद मौसम का मिजाज सामान्य बना हुआ है। पहाड़ों में जहां ठंड ने दस्तक दे दी है वहीं मैदानी इलाकों में सुबह शाम हल्की ठंड के अलावा दिन में चटख धूप खिलने से गर्मी का एहसास बरकरार है। बीते दिवस बदरीनाथ धाम में जहां बारिश हुई वहीं हेमकुंड साहिब सहित पहाड़ की ऊंची चोटियों में बर्फबारी से कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने के बाद अभी भी वहां पर 2 इंच बर्फ जमी हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक फिलहाल 16 अक्टूबर तक प्रदेश में बारिश के आसार नहीं है यानी मौसम शुष्क रहेगा। 18 अक्टूबर के बाद पर्वतीय जनपदों में बारिश और ऊंची चोटियों में हिमपात की संभावना जताई गई है।
मौसम पूर्वानुमान (12 अक्टूबर से 16 अक्टूबर)
मौसम विज्ञान केंद्र द्वारा जारी लेटेस्ट मौसम पूर्वानुमान के मुताबिक उत्तराखंड राज्य में अगले पांच दिन मौसम साफ रहने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक डॉक्टर विक्रम सिंह ने बताया कि राज्य में 16 अक्टूबर तक पहाड़ से लेकर मैदान तक मौसम शुष्क रहेगा। उन्होंने बताया पर्वतीय जनपदों में सुबह और रात के तापमान में आंशिक गिरावट आने की संभावना है।
18 अक्टूबर से बदलेगा मौसम
मौसम विज्ञान केंद्र की माने तो प्रदेश में 18 अक्टूबर के बाद पर्वतीय इलाकों में बारिश की संभावना है। इसके बाद तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस गिरावट आने के साथ ही प्रदेश भर में ठंड का आगाज होगा और अक्टूबर आखिर तक कड़ाके की ठंड शुरू हो जाएगी।
नैनीताल में बढ़ी ठंड
नैनीताल जिले में भी हल्की ठंड पड़ने लगी है। शुक्रवार को नैनीताल जिले का मौसम सामान्य रहा और अधिकतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस तक रिकॉर्ड किया गया है। मौसम सुहावना होने के साथ ही वीकेंड के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में नैनीताल पहुंच रहे हैं। गुलाबी ठंड में सरोवर नगरी का दीदार करने के लिए पर्यटक बड़ी संख्या में आ रहे हैं और मुख्य स्थानों के होटल भी फुल हो गए हैं।
ऊंची चोटियों में कड़ाके की ठंड शुरू हुई
नीति और माना घाटी के साथ ही रुद्रनाथ, नंदा घुंघटि के चोटियों पर भी बर्फबारी हुई है, जबकि निचले क्षेत्रों में मं सामान्य रहा। ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश से कड़ाके की पड़ने लगी है, जबकि निचले क्षेत्रों में सुबह और शाम को का एहसास हो रहा है। वहीं, नारायणबगड़ में पिछले तीन, ♪)) दिनों से दोपहर के बाद हो रही बारिश ने खेती-बाड़ी में बाधा डाल दी है। इन दिनों लोग धान और अन्य फसलों की कटाई- मंडई का काम कर रहे हैं, लेकिन दोपहर बाद हो रही बारिश से फसलों को नुकसान पहुंचा है, जबकि गेहूं की बुआई का काम भी बारिश के कारण प्रभावित हो रहा है।