
रामनगर। राजकीय शिक्षक का आंदोलन प्रधानाचार्य सीधी भर्ती का आज विज्ञापन निकलने का बाद उग्र हो गया।विरोधस्वरूप शिक्षकों ने अवकाश के पश्चात विज्ञप्ति की प्रतियां जला अपना रोष प्रकट किया। शिक्षक संघ के प्रांतीय नेता नवेंदु मठपाल ने कहा कि 17 सितंबर को राजकीय शिक्षक संघ के आंदोलन के पश्चात मुख्यमंत्री देहरादून में शिक्षक संघ के प्रतिनिधियों से वार्ता करते हैं और वार्ता के पश्चात लिखित आश्वासन दिया जाता है कि प्रधानाचार्य सीधी भर्ती प्रक्रिया, सभी स्तरों की पदोन्नति सूची निर्गत किए जाने एवं स्थानांतरण प्रक्रिया पर एक सप्ताह में विभागीय अधिकारियों द्वारा सकारात्मक निर्णय लिया जाएगा, लेकिन दूसरी ओर लोक सेवा आयोग से प्रधानाचार्य सीधी भर्ती प्रक्रिया को शुरू करते हुए विज्ञप्ति निकाल दी जाती है । उन्होंने ने कहा संगठन इसको किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा और इसका पुरजोर विरोध किया जाएगा। कहा संगठन की प्रांतीय कार्यकारिणी द्वारा स्पष्ट निर्देश पूर्व में ही दिए जा चुके हैं कि राजकीय शिक्षक केवल शिक्षण कार्य ही करेंगे,अन्य कोई भी कार्य नहीं करेंगे।
21 सितम्बर 2025 को यू के एस एस सी द्वारा करायी जा रही परीक्षा में कोई भी स शिक्षक अपनी ड्यूटी या किसी भी प्रकार का योगदान नहीं देगा, यदि कोई भी शिक्षक जो राजकीय शिक्षक संघ का सदस्य है उक्त परीक्षा सम्पन्न करवाने में योगदान देता है तो इसे संगठन विरोधी कृत्य मानते हुये सम्बंधित के विरुद्ध आवश्यक सांगठनिक कार्यवाही की जायेगी.आज आंदोलन के 33 वें दिन भी शिक्षकों ने काली पट्टी बांध शैक्षणिक कार्य किया।इस मौके पर नवेंदु मठपाल,मनोज जोशी,सी पी खाती,दिनेश निखुरपा,संत सिंह,शैलेन्द्र भट्ट,बालकृष्ण चंद, नरेश कुमार,जया बाफिला,प्रदीप शर्मा,पद्मा,हेमलता जोशी मौजूद रहे।