रुद्रपुर। एसटीएफ की साइबर क्राइम पुलिस ने खटीमा के एक युवक से 52 लाख की साइबर ठगी करने के आरोपी को पंजाब से गिरफ्तार कर लिया है। मामले में पहले भी तीन आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
एसटीएफ एसएसपी नवनीत सिंह ने बताया कि फरवरी माह में खटीमा निवासी एक युवक ने साइबर पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि दिसंबर 2023 में उसने फेसबुक पर एक ऑनलाइन ट्रेडिंग बिजनेस का विज्ञापन देखा। इस पर क्लिक करने पर उसको एक व्हाट्सएप ग्रुप से जोड़ा गया। इस दौरान उसको ट्रेडिंग में निवेश कर मुनाफा कमाने का झांसा दिया गया। इस पर विश्वास कर उसने दिसंबर 2023 से जनवरी माह 2024 तक विभिन्न बैंक के खातों से करीब 52 लाख रुपये दिए थे।
मामले में पंतनगर साइबर क्राइम थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया था। पुलिस टीम ने तकनीकी और डिजिटल साक्ष्य एकत्र कर ठगी में शामिल तीन आरोपी मुदस्सिर मिर्जा पुत्र जुबेर मिर्जा, दीपक अग्रवाल पुत्र राधेश्याम अग्रवाल और गौरव गुप्ता पुत्र राजेन्द्र गुप्ता को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल कर दिया था।
इस दौरान टीम को पता चला कि इनका एक और साथी मॉडल ग्राम थाना सिटी नंबर 2 मलेरकोटला पंजाब निवासी रतना पुत्र दीना है। टीम ने रतना को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। टीम ने आरोपी के पास से घटना में प्रयुक्त मोबाइल फोन, एक सिम कार्ड, आधार कार्ड और पैन कार्ड बरामद किया है। टीम ने आरोपी के पास से अहमदाबाद के एक बैंक में पीड़ितों के 1 लाख 35 हजार रुपये भी बरामद किए हैं।
पंतनगर साइबर थाना प्रभारी अरुण कुमार ने बताया पूछताछ में आरोपी ने बताया ठगी के लिए वह विभिन्न लोगों के नाम पर फर्जी चालू बैंक खाते खोलकर उनमें ठगी की रकम जमा कराते थे। इन बैंक खातों से करोड़ों रुपये का लेनदेन किया गया है। पंतनगर साइबर थाना प्रभारी ने बताया कि आरोपी रतना के खिलाफ 11 राज्यों में 14 साइबर ठगी के मुकदमे दर्ज हैं। आरोपी ने दिल्ली, हरियाण, महाराष्ट्र, यूपी, उत्तराखंड, आंध्र प्रदेश, बिहार, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल में साइबर ठगी की थी।
पुलिस टीम में पंतनगर साइबर थाना प्रभारी अरुण कुमार, सत्येन्द्र गंगोला, मनोज कुमार, मुहम्मद उस्मान, जितेन्द्र कुमार, टेक्निकल टीम से वन्दना चौधरी, सोनू पांडे और रवि बोरा शामिल रहे।