अल्मोड़ा। जिला कारागार के अहाते से एक मोबाइल मिलने से सनसनी फैल गई। जेल के अंदर मोबाइल एक विचाराधीन कैदी, बागेश्वर अदालत में पेशी के बाद अपने जूते के अंदर छुपाकर लाया था। जेल प्रशासन ने आठ दिनों बाद मोबाइल को जब्त कर लिया है।
आठ दिनों तक मोबाइल से बंदियों ने क्या-क्या किया यह अब जांच के बाद ही पता चलेगा। बीते आठ जनवरी को विचाराधीन बंदी दिव्यांशु दफौटी पुत्र खड़क सिंह दफौटी को बागेश्वर की अदालत में पेशी के लिए ले जाया गया। जहां से वह अपने साथ मोबाइल फोन छुपा कर लाया।
जेल प्रशासन को यह जानकारी 16 जनवरी को लगी जब बंदीरक्षक ने इसके बारे में बताया। जेल प्रशासन में कार्रवाई करते हुए तत्काल बीते आठ जनवरी का सीसीटीवी फुटेज खंगाला। बंदी दिव्यांशु दफौटी जब पेशी से जेल वापस लौटा तो उसने छिपाकर लाया मोबाइल फोन गेट पर लगे शीशे के पीछे छिपा दिया। तलाशी लेने के बाद उसने चुपके से शीशे के पीछे छिपा मोबाइल फोन अपने जुते के अंदर रख लिया। इसके बाद वह जूता पहनकर बैरक के अंदर चला गया। सीसीटीवी देखने के बाद जेल प्रशासन ने दिव्यांशु दफौटी से मोबाइल फोन के बारे में पूछा।
उसने बताया कि मोबाइल फोन बंदी इंतजार उर्फ पहलवान पुत्र भूरा, निवासी मो. जाटान, थाना पुरकाजी, जिला मुजफ्फरनगर, उप्र को दे दिया था। जब विचाराधीन बंदी इंतजार से मोबाइल के बारे में पूछा तो उसने बताया कि फोन खराब था, उसने उसे फेंक दिया है। जब जेल प्रशासन ने सख्ती दिखाई तो बैरक नं तीन के अहाते में पत्थर के नीचे से मोबाइल बरामद किया गया। मोबाइल में कोई भी सिम जेल प्रशासन को नहीं मिला।
फोन का डिस्पले भी खराब था। जेल प्रशासन ने अल्मोड़ा कोतवाली में प्राथमिकी दर्ज कराने के लिए पत्र दे दिया है। जल्द ही इस पर कार्रवाई होगी। तीन वर्ष पहले भी मिले थे मोबाइल वर्ष 2021 में जेल में बंद कुख्यात महिपाल और कैदी मोहम्मद सलीम के पास तीन मोबाइल और दस सिम बरामद हुए हैं। इससे पहले स्पेशल टास्क फोर्स ने छापेमारी की कार्रवाई कर जिला कारागार अल्मोड़ा में बंद हत्या में आजीवन कारावास की सजा काट रहे कुख्यात बदमाश महिपाल और चरस मामले में बंद अंकित बिष्ट के पास से एक मोबाइल, एक सिम, एअर फोन और 25 हजार रुपए की नकदी बरामद की थी।
यह लोग जेल में बैठकर मोबाइल के जरिए चरस, गांजें, रंगदारी का धंधा चला रहे थे। जेल में बंद है अंडरवर्ल्ड डॉन अल्मोड़ा जेल में अंडरवर्ल्ड डॉन प्रकाश पांडे उर्फ पीपी भी बंद है। ऐसे में मोबाइल का मिलना किसी खतरे से काम नहीं है। अब जेल प्रशासन ने सख्ती और बढ़ा दी है।
जिला कारागार अल्मोड़ा के जेल अधीक्षक जयंत पांगती ने कहा कि नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है। कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराए जाने को लेकर पत्राचार कर दिया है। जल्द मुकदमा दर्ज होगा।