देहरादून। उत्तरकाशी स्थित सहस्त्रताल में फंसे कर्नाटक के ट्रेकरों के रेस्कयू के लिए एसडीआरएफ के दल को बचाव कार्य के लिए देहरादून से रवाना किया गया है। कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा ने दल को बचाव कार्य के लिए सहस्त्रधारा हेलीपेड से हेलिकॉप्टर से रवाना किया।
जानकारी के अनुसार कर्नाटक से 22 सदस्यीय ट्रैकरों का दल 29 मई को उत्तरकाशी पहुंचा और सिल्ला गांव से सहस्त्रताल के लिए रवाना हुआ। दल में 18 ट्रेकर बंगलुरु, एक ट्रेकर पुणे महाराष्ट्र और उत्तरकाशी का गाइड का दल शामिल है। सहस्त्रताल क्षेत्र में बारिश व बर्फबारी के कारण दल वहां फंस गया।
कमांडेंट एसडीआरएफ मणिकांत मिश्रा ने बताया कि चार ट्रेकरों की मृत्यु और अन्य सदस्यों के इस उच्च हिमालयी ट्रेक रुट में फंसने की सूचना प्राप्त हुई। इस ट्रेकिंग दल को आगामी 7 जून तक वापस लौटना था। इसी दौरान गत दिन अंतिम शिविर से सहस्त्रताल पहुंचने के दौरान मौसम खराब होने से यह दल रास्ता भटक गया।
ट्रेकिंग दल ने खोजबीन करने पर इस दल के चार सदस्यों की मृत्यु होने की सूचना देते हुए ट्रैक में फंसे 13 सदस्यों के फँसे होने की घटना से अवगत कराया गया।
जानकारी पर बुधवार को SDRF की 02 हाई एल्टीट्यूड रेस्क्यू टीमों को रेस्क्यू के लिए रवाना किया गया। कमांडेंट मणिकांत मिश्रा ने ब्रीफिंग के बाद सहस्त्रधारा हेलीपैड, देहरादून से तीन सदस्यीय टीम को हेली के माध्यम से रेस्क्यू लिए भेजा गया एवं एक टीम को आवश्यक उपकरणो के साथ बैकअप में रखा गया है।उत्तरकाशी से SDRF की 06 सदस्यीय टीम मौके के लिए रवाना हो गई है।