हल्द्वानी। सुशीला तिवारी अस्पताल (एसटीएच) में बिलों के फजीवाड़े की आरोपी महिला कर्मचारी से अस्पताल प्रबंधन 7.61 लाख रुपये की वसूली कर चुका है। उसे बिलिंग काउंटर से हटा दिया गया है। मामले की जांच वित्त नियंत्रक को सौंप दी गई है।
एसटीएच में अकाउंट विभाग की जांच में लाखों की गड़बड़ी सामने आई है। जिस महिला कर्मचारी से सोमवार को 7.61 लाख रुपये की वसूली की गई वह रकम तीन से चार महीने की है। बताया जा रहा है कि इस रकम को महिला कर्मचारी ने कार्यालय से ही गायब कर दिया था। अकाउंट विभाग मेडिकल जांच और बिल बुकों का मिलान करने में जुटा हुआ है। इस कारण महिला से और भी धनराशि की वसूली होने की आशंका है। दूसरी ओर बिलिंग काउंटर के इंचार्ज भी अब संदेह के दायरे में आ रहे हैं। हालांकि यहां मौजूद दोनों इंचार्ज फिलहाल ड्यूटी पर तैनात हैं, जिन्हें हर दिन का हिसाब तैयार करने और रुपये अस्पताल के खाते में जमा करवाने के निर्देश दिए गए हैं। जांच अधिकारी वित्त नियंत्रक एसपी सिंह ने बताया कि जांच पूरी होने के बाद ही इस संबंध में जानकारी दी जा सकेगी।
आखिर क्यों नहीं ली गई बिलिंग बुक
एसटीएच में जब भी कर्मचारी को बुक दी जाती है तो उसकी एंट्री भी होती है। कर्मचारी को हर दिन बिल रसीद और जमा रुपयों को इंचार्ज को सौंपना होता है। वहीं बिल बुक को पूरा भरने पर वापस जमा भी करना होता है। यहां इंचार्ज ने न तो कर्मचारी से बिल बुक लिए और न रुपयों के बारे में पूछा। 3 से 4 महीने होने के बावजूद इस संबंध में खामोश रहे। बिल बुक को देने के बाद वापस जमा भी नहीं कराया गया।
जब सिर पर बन आई तब घर भागे बुक लेने
एसटीएच में रुपयों के गोलमाल का बिल रसीद और मेडिकल जांच के मिलान के दौरान पता चला। जब इस बारे में बिलिंग सेक्शन के इंचार्ज से जानकारी मांगी गई तो आरोपी महिला कर्मचारी के घर पहुंचकर बिल बुक बरामद की गई। जानकारी के अनुसार तीन-चार बुक महिला के पर्स में थी, जबकि अन्य बुक घर पर छिपा के रखी गई थी। जिन्हें अस्पताल लाया गया।