पुर्नवास परियोजना : धौलपुर-करौली रिजर्व में मरुभूमि की शान बढ़ाऐंगे उत्तराखंड के बाघ

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देहरादून। उत्तराखंड के बाघ अब राजस्थान के संरक्षित वन क्षेत्र की शान बढ़ाएंगे। राजस्थान सरकार ने उत्तराखंड वन विभाग से बाघ को लेकर अनुरोध किया था। जिस पर वन विभाग और राज्य सरकार के स्तर पर विचार करने के बाद अब सरकार ने इसके लिए अनुमति दे दी है। खास बात यह है कि यह सभी चार बाघ कॉर्बेट के बफर जोन से ट्रेंकुलाइज कर राजस्थान भेजे जाएंगे।

राजस्थान के वन विभाग की तरफ से इन दिनों सफल पुनर्वास परियोजना चल रही है,  इसे देखते हुए राजस्थान ने भी चार बाघ उत्तराखंड से मांगे है। उम्मीद है कि कॉर्बेट पार्क से भी दो बाघ व दो बाघिनों को राजस्थान भेजा जाएगा, इसकी तैयारी चल रही है।  राजस्थान ने पिछले साल बाघ संरक्षण के लिए एनटीसीए धौलपुर-करौली रिजर्व को मंजूरी दी थी। इसी इलाके में बाघ स्थानांतरित किए जाने की संभावना है। ऐसे में उत्तराखंड सरकार ने अभी चार बाघों को शिफ्ट करने पर सैद्धांतिक सहमति जताई है।

वहीं इसे लेकर मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक डॉ. समीर सिन्हा ने बताया कि बाघों को राजस्थान भेजने की कार्यवाही चल रही है। अभी दो बाघ व दो बाघिन को भेजा जाएगा। हालांकि बाघ राज्य के किस इलाके से भेजे जाने है, अभी तय नहीं है। बता दें कि कॉर्बेट पार्क से अब तक चार बाघों को शिफ्ट किया जा चुका है और अब केवल एक बाघ ही भेजा जाना है। ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि कॉर्बेट पार्क से ही राजस्थान को बाघ भेजे जाएंगे। दूसरी ओर कॉर्बेट टाइगर रिजर्व के निदेशक डाॅ. धीरज पाण्डेय ने बताया कि अभी उनके पास इस संदर्भ में अभी आधिकारिक निर्देश प्राप्त नहीं हुए हैं।

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