
पिथौरागढ़। नन्ही परी मामले में रिव्यू पिटीशन दाखिल करने में लगातार हो रही देरी से पीड़ित परिवार और आंदोलनकारी संगठनों का सब्र अब टूटता जा रहा है। मासूम को न्याय दिलाने की मांग पर शुक्रवार को पिथौरागढ़ में विशाल जनआक्रोश रैली निकाली गई। इस दौरान माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि मासूम के पिता ने आंसुओं से भरी आंखों के साथ आत्मदाह की चेतावनी दे डाली।
रैली के दौरान बड़ी संख्या में महिलाएं, युवतियां, पूर्व सैनिक और स्थानीय लोग सदर बाजार स्थित रामलीला मैदान में एकत्र हुए। वहां से रैली कलक्ट्रेट की ओर बढ़ी, लेकिन पुलिस ने भीड़ को रोकने की कोशिश की और कलक्ट्रेट गेट बंद कर दिया। इसके बावजूद गुस्साई भीड़ ने गेट खोलकर जबरन परिसर में प्रवेश किया। अंदर जाते ही
आंदोलनकारियों की डीएम विनोद गोस्वामी से तीखी बहस हुई। इसी बीच नन्ही परी के पिता भावुक होकर बोले कि वह किसी को परेशान नहीं करना चाहते, लेकिन अगर सरकार ने जल्द न्याय नहीं दिया तो वे आत्मदाह करेंगे। इस पर डीएम ने उन्हें गले लगाकर शांत कराया और आश्वासन दिया कि उनकी भावनाओं को सरकार तक पहुंचाया जाएगा।
हल्द्वानी में मशाल जुलूस
उधर, पिथौरागढ़ की मासूम को न्याय दिलाने की मांग हल्द्वानी तक गूंज उठी। शुक्रवार देर शाम सैकड़ों ग्रामीणों ने चार किलोमीटर लंबा मशाल जुलूस निकाला। यह जुलूस गन्ना सेंटर से पंचायत घर तक निकाला गया, जिसमें जीतपुर नेगी, बेलपोखरा, किशनपुर, बजवालपुर समेत कई गांवों के लोग शामिल हुए। ग्रामीण हाथों में मशाल लेकर नारेबाजी करते हुए आगे बढ़े और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
इस जुलूस में दिल्ली से लौट रहे हल्द्वानी विधायक सुमित हृदयेश भी शामिल हुए और ग्रामीणों के साथ कदम से कदम मिलाया। उन्होंने कहा कि नन्ही परी को न्याय दिलाने की लड़ाई में वे हमेशा परिवार के साथ खड़े रहेंगे।
जुलूस में ग्राम प्रधान ललित मोहन नेगी, नवीन दुर्गापाल, यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय कोऑर्डिनेटर प्रदीप नेगी, कार्तिक उपाध्याय, कुंदन सिंह नेगी, दीवान मेहरा और चंद्रशेखर उपाध्याय समेत कई लोग शामिल रहे।