
हल्द्वानी। वार्ड-43 में बिजली उपभोक्ता का 46 लाख रुपये का बिल जारी होने के मामले में देहरादून तक खलबली मची है। मामले में लापरवाही उजागर होने पर यूपीसीएल के अधीक्षण अभियंता ने विभागीय जेई और स्मार्ट मीटर लगाने वाली कंपनी के प्रबंधक को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
अरावली वाटिका छड़ायल निवासी हंसा दत्त जोशी के घर का मार्च महीने का बिल 46,60,000 रुपये आया है। इससे गृहस्वामी काफी परेशान हो गए। शुक्रवार को पत्रकारों से वार्ता करते हुए अधीक्षण अभियंता नवीन मिश्रा ने बताया कि हंसा दत्त जोशी का आठ अप्रैल को बिल जारी हुआ, शिकायत मिलने पर नौ अप्रैल को एमआरआई कराई गई। इसमें खुलासा हुआ कि उनके पुराने मीटर में डिस्पले खराबी के कारण पहली वाली डिजिट शून्य के बजाय सात दर्शा रही थी।
उनकी मार्च महीने में मात्र 339 यूनिट बिजली खर्च हुई थी, नंबर गलत दर्शाने से यह यूनिट सात लाख हो गई। इसी के हिसाब से बिल जनरेट हुआ। स्मार्ट मीटर 24 मार्च को लगा था। इसके बाद की रीडिंग जांची गई तो 26 मार्च से एक अप्रैल तक का यूनिट खर्च क्रमश: 4.28 यूनिट, 5.11 यूनिट, 4.71, 4.19, 3.06, 2.85 व 3.96 यूनिट मिला। 46 लाख रुपये का बिल जारी होने की वजह पुराने बिलों का मिलान नहीं किया गया। इसे लापरवाही मानते हुए मीटर लगाने वाली कंपनी के क्षेत्रीय प्रबंधक और यूपीसीएल के संबंधित अवर अभियंता को नोटिस जारी कर तीन दिन में जवाब तलब किया है।