इंदौर लोकसभा चुनाव परिणाम 2024: नोटा का रहा रिकॉर्ड तोड़ प्रदर्शन, 181000 से ज्यादा पड़े वोट

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मध्य प्रदेश । इंदौर में वोटो की गिनती अब लगातार जारी है। यहां से बीजेपी बड़े अंतर से आगे चल रही है। इस बार मुकाबला भाजपा के उम्मीदवार और सांसद शंकर लालवानी तथा एसयूसीआई(सी) के अजीत सिंह पंवार के बीच है। हालांकि बसपा के संजय सोलंकी ने इस मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है।

मध्य प्रदेश का मिनी मुंबई कहलन वाला इंदौर मे वोटो की गिनती अभी भी चल रही है। बीजेपी ने यहां बड़े अंतर से जीत हासिल की है। भाजपा प्रत्याशी शंकर लालवानी को अब तक कुल 5,72403 वोट मिल चुके हैं। वही नोटा के खाते में करीब 181000 से ज्यादा वोट आ चुके हैं।

यहां चौथे चरण में 13 मई को वोटिंग हुई थी, जहां कुल 61.67 फीसदी वोट पड़े। इस बार मुख्य मुकाबला बीजेपी के उम्मीदवार और निवर्तमान सांसद शंकर लालवानी तथा एसयूसीआई(सी) के अजीत सिंह पंवार के बीच है।

हालांकि मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए बसपा ने भी इस सीट पर संजय सोलंकी को उम्मीदवार बनाया है।
साल 2019 में इस लोकसभा सीट पर कुल 69.33% वोटिंग हुई थी। उसे समय भाजपा की टिकट पर मैदान में शंकर लालवानी ने 10 लाख 68 हजार 569 वोट पाकर चुनाव जीत लिया था। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के पंकज संघवी को 5 लाख 47 हजार वोटों के अंतर से शिकस्त दी थी।

संघवी को 5 लाख 20 हजार 815 वोट मिले थे। इस चुनाव में भी बसपा ने दीपचंद अहिरवाल को टिकट दिया था, लेकिन उन्हें महज 8,666 वोट मिले थे और उनकी जमानत जब्त हो गई थी। साल 2014 में भी बीजेपी को इस सीट पर बड़ी जीत हासिल हुई थी। उस समय भाजपा के टिकट पर सुमित्रा महाजन मैदान में उतरी थी। उन्हें 854972 वोट मिले थे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी के सत्यनारायण पटेल को 466901 वोटो से हराया था।

सत्यनारायण पटेल इस चुनाव में महज 3 लाख 88 हजार वोट हासिल कर पाए थे। वहीं आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार अनिल त्रिवेदी को 35 हजार 169 और बसपा के धरमदास अहिरवार को 7 हजार 422 वोट मिले और इन दोनों की जमानत जब्त हो गई थी।

देश का सबसे स्वच्छ शहर है इंदौर

मध्य प्रदेश इस समय सबसे समृद्ध शहरों की सूची में आता है और यह शहर सबसे स्वच्छ भी है। इस शहर ने देश को कई कद्दावर नेता दिए हैं, इनमें सुमित्रा महाजन (ताई) ज्यादा चर्चा में रहीं। वह 2014 से लेकर 2019 तक लोकसभा की स्पीकर रही थीं। इस लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभा सीटें हैं. इनमें देपालपुर, इंदौर 1, इंदौर 2, इंदौर 3, इंदौर 4, इंदौर 5, राउ और सांवेर विधानसभा सीटें शामिल है. फिलहाल इन सभी विधानसभा सीटों पर बीजेपी के ही विधायक हैं।

बीजेपी का गढ़ है ये सीट

इस सीट पर पहला चुनाव 1952 में हुआ था। उसे समय कांग्रेस के नंदलाल जोशी यहां से सांसद चुने गए थे। 57 के चुनाव में भी यह सीट कांग्रेस को मिली लेकिन 62 के चुनाव में होमी एफ दाजी निर्दलीय जीत गए। 67 में फिर से कांग्रेस पार्टी को विजय मिली और तीन चुनाव लगातार कांग्रेस को विजय मिली। 77 में इस सीट पर जनता पार्टी जीती, लेकिन 80 और 84 का चुनाव फिर से कांग्रेस के प्रकाश चंद्र सेठी ने जीत ली। कांग्रेस की यह आखिरी विजय थी। उसके बाद से इस सीट पर बीजेपी का कब्जा है। अकेले सुमित्रा महाजन ही इस सीट से 8 बार सांसद बन चुकी हैं। वहीं 2019 में बीजेपी के टिकट पर शंकर लालवानी विजयी हुए।

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