हल्द्वानी। भाकपा (माले), भाकपा, माकपा तीन वामपंथी पार्टियों की राज्य स्तरीय संयुक्त बैठक देहरादून में संपन्न हुई। बैठक में नैनीताल उधमसिंह नगर लोकसभा क्षेत्र से माले नेताओं डा कैलाश पाण्डेय और के के बोरा ने भागीदारी की।
बैठक से लौटकर माले नेताओं ने प्रेस को जारी बयान में कहा कि, आगामी लोकसभा चुनाव के लिए तीनों वामपंथी पार्टियों ने तय किया कि उत्तराखण्ड की पांचों लोकसभा सीटों पर इंडिया गठबंधन जिस पार्टी के जिन भी उम्मीदवारों को खड़ा करेगा उनके पक्ष में संयुक्त अभियान चलाया जाएगा।
वामपंथी पार्टियों के नेताओं ने कहा कि, मोदी सरकार देश की जनता के लिए आपदा बन चुकी है इसलिए इस लोकसभा चुनाव में इस सरकार का जाना बेहद जरूरी है। संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का कार्यभार इस लोकसभा चुनाव का प्रमुख कार्यभार है जिसको इंडिया गठबंधन की पार्टियों ने अंगीकार किया है।
माले नैनीताल जिला सचिव डा कैलाश पाण्डेय ने कहा कि, “न खाऊंगा और न खाने दूंगा के मोदी जुमले की पोल चुनावी बॉन्ड योजना के महा भ्रष्टाचार ने खोल कर रख दी है।
पूरे देश को परिवार बताने वाले प्रधानमंत्री का परिवार उनके कुछ चहेते पूंजीपति हैं यह बात जनता के सामने आ चुकी है। देश की जनता चुनावी बॉन्ड के इस महा भ्रष्टाचार के लिए मोदी और भाजपा को कभी माफ नहीं करेगी और लोकसभा चुनाव में इसके लिए करारा जवाब देगी।
माले राज्य कमेटी सदस्य के के बोरा ने उत्तराखंड की बेहतरी के लिए संघर्षरत सभी लोकतांत्रिक संगठनों, क्षेत्रीय दलों, समूह, व्यक्तियों, संगठनों से भारतीय संविधान और लोकतंत्र को बचाने हेतु इंडिया गठबंधन में शामिल होने व उत्तराखण्ड विरोधी बीजेपी को लोकसभा चुनाव में हराने के लिए एकताबद्ध रूप में मोर्चाबंद संघर्ष जारी रखने का आह्वान किया।
वामपंथी पार्टियों की देहरादून में हुई संयुक्त बैठक में भाकपा माले राज्य सचिव इंद्रेश मैखुरी, माकपा राज्य सचिव राजेन्द्र सिंह नेगी, भाकपा राज्य सचिव जगदीश कुलियाल, भाकपा राष्ट्रीय परिषद सदस्य समर भण्डारी, माले नेता डा कैलाश पाण्डेय, के के बोरा, माकपा के वरिष्ठ नेता गंगाधर नौटियाल, राजेन्द्र पुरोहित आदि शामिल रहे।