नई टिहरी। फर्जी फाइनेंस कंपनी बनाकर करीब 100 खाताधारकों से अस्सी लाख की धोखाधड़ी करने वाले दो आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। एक महिला आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है। आरोपियों की ओर से धोखाधड़ी से अर्जित की गई संपत्तियों की नीलामी करने की तैयारी है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल ने बताया कि तीन युवाओं ने 2017 में कंपनी बनाकर चंबा और हिंडोलाखाल में शाखाएं खोली। स्थानीय लोगों को बैंक से अधिक ब्याज देने का लालच देकर आरडी, एफडी के माध्यम से करीब 100 से अधिक बॉड बनाए। जिसके जरिये करीब 80 लाख रुपये जुटाए। जब एफडी और आरडी के परिपक्व होने लगी तो खाताधारक पैसे लेने शाखा में गए थे, तो कंपनी संचालक पैसे देने में टालमटोल करते रहे।
पिछले साल दिसंबर में कार्यालय बंद कर फरार हो गए। एसएसपी ने बताया कि गुमान सिंह पुत्र चंदर सिंह निवासी चमाल ने थाना हिंडोलाखाल में कंपनी संचालकों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। एसओ हिंडोलाखाल के नेतृत्व में बनी पुलिस टीम ने प्रदीप सुयाल पुत्र राजेंद्र सुयाल, कंपनी निदेशक धनीराम चमोली पुत्र ब्रहमानंद चमोली दोनों निवासी बुरांसखंडा चंबा को देहरादून से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। जबकि फरार चल रही कंपनी की सहनिदेशक दीपिका पंवार की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही है। आरोपियों की ओर से धोखाधड़ी से अर्जित की गई संपत्तियो की नीलामी कर संबंधित खाताधारकों को धनराशि लौटाई जाएगी। इस मौके पर एएसपी जेआर जोशी, सीओ ओशिन जोशी आदि मौजूद रहे।