वन विभाग की टीम ने टांडा रेंज में लकड़ी तस्कर को पकड़ा, पिकअप में ले जा रहा था खैर के गिल्टे

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हल्द्वानी । तराई केंद्रीय वन प्रभाग की टांडा रेंज में लकड़ी तस्करों का बोलबाला है। चार दिन पहले जहां लकड़ी तस्करों और वन विभाग की आपसी मुठभेड़ में एक तस्कर को गोली लगी थी, वहीं वन विभाग की कार्रवाई में बड़ी मात्रा में अवैध लकड़ी के साथ तीन तस्कर भी पकड़े गए थे. एक बार फिर से लकड़ी तस्करों ने वन विभाग को चुनौती दी है।

टांडा और पीपलपड़ाव रेंज की वन विभाग की टीम ने खैर की लकड़ी के साथ एक तस्कर को गिरफ्तार किया है। वन तस्कर खैर की लकड़ी को एक पिकअप वाहन में लादकर ले जा रहा था। मुखबिर की सूचना पर वन विभाग की टीम ने यह कार्रवाई की है। पूरे मामले में वन विभाग की टीम ने आरोपी तस्कर के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर पिकअप वाहन को सीज कर दिया है. पकड़ी लकड़ी की कीमत दो लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है।

टांडा रेंज के वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम ने बताया कि देर रात पीपल पड़ाव रेंज की वन टीम गश्त कर रही थी। तभी मुखबिर से तस्करी की सूचना मिली। टीम द्वारा पीपल पड़ाव रेंज के दलपुरा मंदिर के पास एक पिकअप में बेशकीमती अवैध खैर की लकड़ी को ले जाया जा रहा है। वन विभाग टीम ने टांडा रेंज के वन क्षेत्राधिकारी रूपनारायण गौतम को इसकी सूचना दी। जिसके बाद टीम मौके पर पहुंची। वन विभाग की टीम ने घेराबंदी कर पिकअप वाहन को रोकने की कोशिश की लेकिन चालक वाहन भगा ले गया।

इसके बाद वन विभाग की टीम ने पीछा कर वाहन को पकड़ लिया. चेक करने पर पिकअप में अवैध रूप से ले जाई जा रही खैर की लकड़ी बरामद हुई। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसका नाम मोहन लाल पुत्र राम स्वरूप निवासी कठपुलिया डैम हाल निवासी ढाई नम्बर थाना गुलरभोज उधमसिंह नगर है। उसने बताया कि खैर की लकड़ी को तस्करी कर उत्तर प्रदेश ले जा रहा था, जहां उसकी भारी मात्रा में डिमांड है। आरोपी वन तस्कर के खिलाफ वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। वाहन को सीज कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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