
हिमाचल प्रदेश। मंडी में हुई बस दुर्घटना में मारे गए प्रत्येक व्यक्ति के निकटतम परिजन को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष से 2-2 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। घायलों को 50,000 रुपये दिए जाएंगे।
हिमाचल प्रदेश के मंडी जिले के सरकाघाट क्षेत्र में वीरवार को हिमाचल परिवहन निगम की बस दुर्घटनाग्रस्त हो गई। हादसे में चार महिलाओं समेत आठ की मौत हो गई है। बस में कुल 29 लोग सवार थे। चालक-परिचालक समेत 21 सवारियां घायल हैं। हादसा सुबह करीब 9:45 बजे हुआ। बस सरकाघाट से दुर्गापुर वाया जमणी जा रही थी। प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से हताहतों और घायलों के लिए अनुग्रह राहत की घोषणा की गई है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सरकाघाट के मसेरन के नजदीक तरांगला में एक बाइक सवार को बचाते समय चालक ने जैसे ही बस हल्की से बाहर निकाली तो सड़क का डंगा धंस गया। डंगा धंसने से बस तीन पलटे खाकर करीब 60 मीटर नीचे खेतों में जा गिरी। बस बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। कुछ यात्री बाहर छिटक गए जबकि कुछ बस के भीतर ही दब गए। यात्रियों की चीख-पुकार सुनकर स्थानीय लोग घटनास्थल की ओर दौड़े। चादर और कंबल के स्ट्रेचर बनाकर लोगों ने घायल यात्रियों को सड़क तक पहुंचाना शुरू किया।
एंबुलेंस और निजी वाहनों से घायलों को सिविल अस्पताल सरकाघाट पहुंचाया गया। यहां से गंभीर घायल यात्रियों को मेडिकल कॉलेज नेरचौक, बिलासपुर एम्स और हमीरपुर के लिए रेफर किया गया। हादसे में जख्मी पांच यात्रियों को सिविल अस्पताल सरकाघाट, दो को राजकीय मेडिकल कॉलेज नेरचौक और एक को एम्स में मृत घोषित किया गया। मरने वाले सभी यात्री सरकाघाट के मसेरन क्षेत्र के आसपास के गांवों के रहने वाले थे। हादसे के बाद चार का इलाज सरकाघाट अस्पताल, आठ का एम्स और सात का नेरचौक में उपचार किया जा रहा है। दो को पीजीआई चंडीगढ़ रेफर कर दिया है।
एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि हादसे के कारणों की जांच करवाई जा रही है। फिलहाल, एचआरटीसी चालक के खिलाफ लापरवाही से वाहन चलाने का केस दर्ज किया गया है।
हादसे में इन लोगों की गई जान
मृतकों की पहचान तरांगला निवासी कलासी देवी (60), भलयाणा गांव निवासी बर्फी देवी, मसेरन के सुमन कुमार (33), रसेहड़ गांव निवासी गीता देवी (65) व डोमा देवी (70), बटोह निवासी प्रकाश, पाटी भलयारा निवासी बलवीर (60), दोपी गांव निवासी अंतरिक्ष (17) शामिल हैं।
हादसे के लिए जांच कमेटी बना दी गई है। तकनीकी टीम को भी मौके पर जांच के लिए भेजा गया था। जहां हादसा हुआ है, वहां सड़क तंग थी। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वाहन को पास देते समय डंगा धंसने से हादसा पेश आया है।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सुक्खू ने जताया शोक
वहीं मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने एचआरटीसी बस के खाई में गिरने से अब तक सात लोगों के निधन पर दुख जताया है। उन्होंने कहा कि घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाने और उपचार दिलाने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश जारी कर दिए गए। उन्होंने मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करते हुए शोक-संतप्त परिजनों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है।