मुआवजे के लिए परिजनों का हंगामा, तीन घंटे तक नहीं उठाए शव

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हल्द्वानी । गोबर गैस के सेप्टिक टैंक की गैस से दंपती की मौत के बाद मुआवजे की मांग को लेकर परिजनों ने पहले सुशीला तिवारी इसके बाद मोर्चरी में हंगामा काटा। परिजन पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की मांग कर रहे थे। उधर गोशाला मालिक मुआवजा देने को तैयार नहीं थे।

मटरु और उसकी पत्नी की मौत के बाद परिजन पोस्टमार्टम न करने की मांग पर अड़े रहे। यहां तीन घंटे तक परिजनों ने जमकर हंगामा किया। वे मुआवजे न मिलने तक शव नहीं उठाने की मांग पर अड़ गए। परिजनों की गोशाला स्वामी से तीखी बहस भी हुई। इसके बाद पुलिस परिजनों को किसी तरह पोस्टमार्टम हाउस लेकर पहुंची। यहां शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम कराया गया। मौके पर मुआवजे की मांग को लेकर दोनों पक्षों में हंगामा हुआ। बताते हैं कि गोशाला मालिक डेढ़ लाख देने को तैयार हो गया लेकिन परिजन नहीं माने।

पुलिस ने दोनों को मुखानी थाने बुलाया
पुलिस ने मृतक के परिजनों और गोशाला मालिक को मुखानी थाने बुलाया। समाचार लिखे जाने तक दोनों पक्ष की मुखानी थाने में वार्ता चल रही थी। परिजनों ने दोनों का शव नहीं लिया था।

टैंक में गैस निकलने के लिए नहीं थी जगह
मौके पर मौजूद सेप्टिक टैंक भूसे के कमरे के नीचे बनाया गया था। टैंक की गैस निकलने के लिए कोई पाइप नहीं था। उधर टैंक का मुंह मात्र दो-दो फिट चौड़ा है। ऐसे में गैस बनना लाजिमी था।

सफाई निरीक्षक ने पहुंचाया अस्पताल

घटना की सूचना मुख्य सफाई निरीक्षक अमोल असवाल के पास पहुंची, तो वह निगम की गाड़ी के साथ पहुंचे। अमोल असवाल ने बताया कि कोई भी दंपती को अस्पताल ले जाने को तैयार नहीं हुआ। इस पर उन्होंने अपनी गाड़ी से दोनों को अस्पताल भिजवाया।

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