भोपाल। गैजेट्स और बैट्री से चलने वाले उपकरण आम से लेकर खास तक सभी वर्ग के लोगों की जिंदगी का हिस्सा बन चुके हैं। मोबाइल फोन और इयर फोन जैसे गैजेट्स की बैटरी में ब्लास्ट की खबरें आपने कई बार सुनी होंगी। बैट्री से चलने वाले स्कूटर में आग लगने की भी कई घटनाएं हो चुकी हैं। अब ई-बाइक में ब्लास्ट ने लोगों को ऐसे उपरणों के इस्तेमाल को लेकर सोचने पर मजबूर कर दिया है। ताजा मामला मध्य प्रदेश के रतलाम की पीएंडटी कॉलेनी का है जहां घर के अंदर चार्जिंग में लगी ई-बाइक (e-bike) में हुए धमाके (explosion) ने 11 साल की बच्ची की जान ले ली। बच्ची के नाना और रिश्ते की बहन भी झुलस गए जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
रतलाम शहर के वार्ड नंबर 2 लक्ष्मणपुरा स्थित पीएंडटी कॉलोनी में भगवत मोरे के घर में शनिवार की रात इलेक्ट्रिक बाइक चार्जिंग पर लगाई गई थी। रविवार को तड़के करीब ढाई बजे उसमें अचानक विस्फोट हो गया। विस्फोट में ई-बाइक के परखच्चे उड़ गए। बगल में खड़ी स्कूटी और अन्य सामान भी उसकी चपेट में आ गया जिससे घर में आग लग गई और सारा सामान जलकर राख हो गया। दिल दहला देने वाली यह घटना आज रविवार को तड़के 2:30 बजे की है। धमाके के साथ लगी आग में गंभीर रूप से झुलसी 11 साल की अंतरा की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। उसके नाना भगवत मोरे और 12 साल की लावण्या को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।
पड़ोसियों ने सुना जोरदार धमाका
पड़ोसियों ने बताया कि इलेक्ट्रिक बाइक में हुए तेज धमाके से उनकी नींद टूट गई। उन्होंने घर से बाहर आकर देखा तो मोरे के घर में आग लगी हुई थी। पड़ोसियों ने तत्काल पुलिस को सूचना दी। सूचना मिलने पर पुलिस और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और आग पर काबू पाया।
बैटरी खराब होने पर कई दिन शोरूम में रही बाइक
पुलिस ने बताया कि घर के बरामदे में जुपिटर स्कूटर और ई-बाइक तुनवाल रखी हुई थी। रात करीब 12 बजे भगवत मोरे ने ई-बाइक की बैटरी चार्जिंग पर लगाई थी। भगवत के दामाद अनिल चौधरी ने बताया कि डेढ़ साल पहले यह ई-बाइक खरीदी थी। बैटरी खराब होने पर बाइक को 15 से 20 दिन पहले ही सुधारने के लिए दिया था। इसके बाद से वह शोरूम में थी। 3 जनवरी को ही वह इसे घर लेकर लाए थे। इसके बाद इसे एक बार चार्ज किया था। 4 जनवरी को दूसरी बार चार्जिंग पर लगाया तो रविवार को तड़के विस्फोट हो गया।
अंतरा को आज सुबह जाना था वड़ोदरा
पुलिस ने बताया कि भगवत मोरे के घर जन्मोत्सव कार्यक्रम था। जिसमें शामिल होने के लिए अंतरा चौधरी अपनी मां के साथ वड़ोदरा से रतलाम आई थी। अंतरा और उसकी मां रविवार सुबह वड़ोदरा लौटने वाले थे। दुर्भाग्यवश रात में हुए हादसे में उसकी मौत हो गई।