दिल्ली। पाकिस्तान 2025 में होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन में भारतीय क्रिकेट टीम के खेलने को लेकर अब तक स्पष्टता नहीं है। भारत के विदेश मंत्रालय ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें कहा गया कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) को पाकिस्तान में अपने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर चिंता है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में इस मुद्दे पर बयान दिया और स्पष्ट किया कि “बीसीसीआई ने सुरक्षा चिंताओं के कारण टीम के पाकिस्तान जाने की संभावना से इनकार किया है।”
भारत और पाकिस्तान के बीच कूटनीतिक तनाव का असर क्रिकेट पर भी पड़ा है। भारत सरकार ने बीसीसीआई को पाकिस्तान में टीम भेजने की अनुमति नहीं दी है, मुख्य रूप से सुरक्षा कारणों और दोनों देशों के खराब रिश्तों के चलते। इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इस मुद्दे पर एक वर्चुअल बैठक आयोजित की, जिसमें चैंपियंस ट्रॉफी के लिए हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव रखा गया है।
हाइब्रिड मॉडल का प्रस्ताव
इस मॉडल के तहत भारतीय टीम के मैचों, सेमीफाइनल और फाइनल को न्यूट्रल वेन्यू पर आयोजित करने का सुझाव दिया गया है। हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने अपने पक्ष को मजबूती से रखा है, और कहा है कि चैंपियंस ट्रॉफी के सभी मैच पाकिस्तान के शहरों लाहौर, कराची और रावलपिंडी में ही खेले जाने चाहिए।
एशिया कप 2023 मॉडल का सहारा
इससे पहले एशिया कप 2023 के दौरान भी हाइब्रिड मॉडल का उपयोग किया गया था, जिसमें भारतीय टीम के मैच श्रीलंका में खेले गए थे। हालांकि, पीसीबी इस बार चैंपियंस ट्रॉफी को लेकर अलग दृष्टिकोण अपना रहा है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का कहना है कि अगर यह टूर्नामेंट उनके देश में नहीं हुआ, तो इससे उनकी मेजबानी की स्थिति कमजोर होगी। वहीं, बीसीसीआई ने स्पष्ट किया है कि सरकार की अनुमति के बिना वह कोई निर्णय नहीं ले सकता।