देहरादून। विद्यालयी शिक्षा विभाग ने सीमित शिक्षक संख्या के बावजूद इस बार 15 दिन में उत्तराखंड बोर्ड परीक्षाओं का मूल्यांकन पूरा करने का लक्ष्य रखा है।28 अप्रैल से मूल्यांकन प्रारंभ किया गया था, मंगलवार तक 48 प्रतिशत मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया गया है। विभाग ने शत प्रतिशत मूल्यांकन 10 अप्रैल तक पूरा करने का लक्ष्य रखा है।
12वीं का 47 प्रतिशत मूल्यांकन पूरा
माध्यमिक शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट ने राजकीय माडल कन्या इंटर कालेज राजपुर रोड मूल्यांकन केंद्र के दौर करने के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि 10वीं का 50 प्रतिशत और 12वीं का 47 प्रतिशत मूल्यांकन कार्य पूरा हो चुका है।
इस बार 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 27 फरवरी से शुरू होकर 16 मार्च तक संचालित की गईं। 10वीं और 12वीं की परीक्षा में इस बार दो लाख, 10 हजार, 354 परीक्षार्थी शामिल हुए। 10वीं में कुल 1,15,606 विद्यार्थी शामिल हुए। जिसमें संस्थागत 1,13,281 और व्यक्तिगत 2,325 छात्र थे।
वहीं इंटरमीडिएट में 94,748 परीक्षार्थी शामिल हुए। जिसमें 90,351 संस्थागत है और 4,397 परीक्षार्थी व्यक्तिगत थे। इस बार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 1,288 परीक्षा केंद्र बनाए गए। इसमें 159 परीक्षा केंद्र संवेदनशील और छह अति संवेदनशील परीक्षा केंद्र थे। मूल्यांकन के लिए 30 केंद्र बनाए गए हैं।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक महावीर सिंह बिष्ट ने बताया कि अधिकांश शिक्षकों की ड्यूटी लोकसभा चुनाव में लगी है। इसलिए चुनाव पूर्व रिहर्सल में शिक्षकों को जाना पड़ रहा है। इसके बावजूद मूल्यांकन कार्य प्रभावित नहीं होने दिया गया है। 10 अप्रैल तक मूल्यांकन कार्य पूरा कर लिया जाएगा। 30 अप्रैल को उत्तराखंड बोर्ड परीक्षा परिणाम घोषित किया जाएगा।