
हरिद्वार। हरिद्वार के अत्मलपुर बोंगला में मां गंगा मैटरनिटी एन्ड आई केयर में दो महिलाओं की मौत के बाद एसडीएम जितेन्द्र कुमार ने जांच पूरी होने तक अस्पताल सील कर दिया। सीएमओ महिलाओं की मौत की जांच कर रिपोर्ट डीएम को सौंपेंगे। अस्पताल सील होने के बाद ही हंगामा कर रहे परिजनों ने पोस्टमार्टम के शव उठाने दिए।
मृत महिला मीनाक्षी और खुशबू के परिजनों की शिकायत पर अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ इलाज में लापरवाही की शिकायत पुलिस ने विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है। मोंटी पुत्र सुमन निवासी नारसन खुर्द, रुड़की ने शिकायत में कहा कि अपनी गर्भवती पत्नी खुशबू को तीन अगस्त की सुबह करीब 9:30 बजे अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराया था। आरोप लगाया कि पहले तो महिला डॉक्टर ने उन्हें नॉर्मल डिलीवरी होने का आश्वासन देकर भर्ती कर लिया। कुछ समय बाद उन्हें ऑपरेशन करने को बोल दिया। आरोप लगाया कि ऑपरेशन के बाद ही उसकी पत्नी की तबीयत बिगड़ गई डॉक्टर से मिलने की कोशिश की लेकिन डॉक्टर नहीं थे पत्नी को नजदीक के एक अस्पताल में ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसकी पत्नी को मृत घोषित कर दिया।
दूसरी तरफ टीनू पुत्र नाथीराम निवासी ननौता जिला सहारनपुर ने कहा कि उसने भी अपनी गर्भवती पत्नी मीनाक्षी को सुबह 10:00 बजे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया 12:00 बजे ऑपरेशन किया गया। एक घंटे बाद डॉक्टर ने बताया कि उनकी पत्नी मीनाक्षी को एक यूनिट खून की आवश्यकता है। खून चढ़ाने के बाद जब उसकी पत्नी सांस लेने में समस्या आने लगी डॉक्टर से संपर्क करना चाहा। लेकिन डॉक्टर अस्पताल में नहीं थे। डॉक्टर अस्पताल में होते तो उनकी पत्नी को अच्छा इलाज मिल जाता।
लापरवाही से उसकी पत्नी मीनाक्षी की मौत हो गई।
एसडीएम जितेंद्र कुमार ने बताया कि दो महिलाओं की मौत के मामले में अस्पताल को जिलाधिकारी के आदेश पर सील कर दिया है। मामले की जांच मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके सिंह को सौंप दी गई है। प्रत्येक बिंदु पर जांच की जाएगी आखिर कहां इलाज में गलती हुई है। जांच पूरी होने तक अस्पताल में सील लगी रहेगी।
गर्भवती मीनाक्षी को सीएससी बहादराबाद में भी अपना इलाज कर रही थी। यहां पर स्थानीय आशा मरीज को सीएचसी लेकर पहुंची थी। लेकिन अस्पताल में इलाज सही नहीं होने की बात कहकर निजी अस्पताल ले गई। सुबह मीनाक्षी का ऑपरेशन हुआ और शाम को मौत हो गई। सीएमओ आरके सिंह ने बताया कि मामले में जांच की जा रही है। प्रकरण में शिकायत मिली है। उस आशा को भी चिन्हित किया जा रहा है।