
देहरादून। बॉलीवुड अभिनेत्री उर्वशी रौतेला द्वारा बद्रीनाथ के समीप स्थित “उर्वशी मंदिर” को लेकर दिए गए बयान से तीर्थ पुरोहित समाज खासा आक्रोशित नजर आ रहा है। शनिवार को तीर्थ पुरोहित महापंचायत के एक प्रतिनिधि मंडल ने पुलिस मुख्यालय पहुंचकर डीजीपी से मुलाकात की और अभिनेत्री के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग करते हुए ज्ञापन सौंपा।
महापंचायत ने आरोप लगाया कि उर्वशी रौतेला द्वारा हाल ही में दिए गए बयान में धार्मिक आस्था और परंपराओं का मजाक उड़ाया गया है, जो कि करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला है। तीर्थ पुरोहितों का कहना है कि बद्रीनाथ धाम केवल एक धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि आस्था और सनातन परंपरा का प्रतीक है, ऐसे में इस प्रकार के गैर-जिम्मेदाराना और तथ्यों से परे बयानों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
महापंचायत ने डीजीपी से मांग की कि उर्वशी रौतेला के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाए और उनके बयान की जांच की जाए। तीर्थ पुरोहितों ने चेतावनी दी कि यदि अभिनेत्री सार्वजनिक रूप से माफी नहीं मांगती हैं, तो बद्रीनाथ यात्रा के दौरान उन्हें मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। इसके साथ ही तीर्थ पुरोहितों ने यह भी कहा कि उन्हें काले झंडे दिखाकर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
महापंचायत के पदाधिकारियों ने कहा कि सनातन संस्कृति और धार्मिक स्थलों की गरिमा को बनाए रखना हम सभी का कर्तव्य है और कोई भी व्यक्ति यदि उसकी मर्यादा को लांघता है, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
फिलहाल प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं और स्थिति पर नजर रखी जा रही है। उधर, अभी तक उर्वशी रौतेला की ओर से इस पूरे विवाद पर कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।